सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से जुड़े स्कूलों में स्कूली छात्र-छात्राओं की सेहत को बेहतर रखने के लिए एक कक्षा स्वास्थ्य, खेल और योग के लिए अनिवार्य की गई है। सीबीएसई बोर्ड के निर्देश के अनुसार पहली से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा के जरिए खेलों से जोड़ने का फैसला हुआ था। इसके लिए बोर्ड ने अधिसूचना भी जारी कर दी थी। जिसके तहत हर दिन छात्रों को खेल और स्वास्थ्य की जानकारी दी जा रही है। बोर्ड की मानें तो सभी संबद्ध स्कूलों में इसे लागू किया गया है। इस विषय को मुख्य विषय के तौर पर लिया जाना है। यह कक्षा पूरी तरह से प्रयोगात्मक रहेगी।
सीबीएसई बोर्ड के निर्देश के अनुसार, पहली से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा के जरिए खेलों से जोड़ने का फैसला हुआ था। इसके लिए बोर्ड ने अधिसूचना भी जारी कर दी थी। जिसके तहत हर दिन छात्रों को खेल और स्वास्थ्य की जानकारी दी जा रही है। बोर्ड की मानें तो सभी संबद्ध स्कूलों में इसे लागू किया गया है। इस विषय को मुख्य विषय के तौर पर लिया जाना है। यह कक्षा पूरी तरह से प्रयोगात्मक रहेगी।
इसके अलावा बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में सालभर सेवा सोशल एंपावरमेंट थ्रू वर्क एजुकेशन एंड एक्शन प्रोजेक्ट चलाए जाएंगे। इससे स्कूलों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की रचनात्मक एवं महत्वपूर्ण सोच को निखारा जा सकेगा। यह सेवा प्रोजेक्ट मेन स्ट्रीमिंग हैल्थ एंड फिजीकल एजुकेशन के अंतर्गत चलाया जाएगा। इसके लिए विद्यार्थियों को टास्क दिए जाएंगे। हाल ही में इसको लेकर सीबीएसई ने नोटिफिकेशन वेबसाइट पर जारी कर दिया है। इसके हिसाब से विद्यार्थियों को सालभर तीन बिंदुओं पर काम करना होगा। इनमें पहला खेल, दूसरा स्वास्थ्य और फिटनेस पर ध्यान देना होगा।
वहीं तीसरे में सेवा प्रोजेक्ट के अंतर्गत आने वाली गतिविधियों में भागीदारी करनी होगी। इसमें कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी इसमें शामिल होंगे। इसको लेकर स्कूलों को इन गतिविधियों का रिकॉर्ड रखना होगा और उसे वेबसाइट के स्पोर्ट्स कॉर्नर पर अपडेट भी करना होगा। सीबीएसई की सिटी कोआर्डिनेटर डाॅ. रितु जायसवाल ने बताया कि जिले भर में बोर्ड के निर्देशानुसार गतिविधियां शुरू हाे गई हैं। विद्यार्थियों का हेल्ड कार्ड भी अपलोड होने लगा है।